रविवार, 10 जुलाई 2011

टेढ़ी नजर

1. समारू - टू-जी स्पेक्ट्रम घोटाले में राजग पर भी उंगली उठी।
पहारू - भ्रष्टाचार के हमाम में सभी नंगे हैं।


2.समारू - केन्द्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल होने वाला है।
पहारू - काले कारनामे वाले कुछ जाएंगे, कुछ आएंगे।


3.समारू - अन्ना हजारे लाठी ही नहीं, गोली खाने को तैयार हैं।
पहारू - जरा संभलकर, दिल्ली पुलिस की तरह सरकार बौखलाई हुई है।


4.समारू - किसानों की जमीन के लिए उत्तरप्रदेश में जंग छिड़ी हुई है।
पहारू - जमीन के नाम पर राजनीति कर वोट की खेती की जा रही है।


5.समारू - प्रधानमंत्री जी मंत्रिमंडल में फेरबदल में देरी क्यों कर रहे हैं।
पहारू - दस जनपथ से इजाजत मिलने में समय तो लगता है, न।

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