सोमवार, 18 मई 2009

स्वार्थी नेताओं को वोट का मुक्का

पंद्रहवीं लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद कई स्वार्थी नेताओं को जनता ने अपने वोट के मुक्के से धो डाला है। जो नतीजे सामने आए हैं इसने कई पार्टियों के कद्दावर नेताओं के होश उड़ गए हैं। जनता अब स्वार्थी नेताओं को समझ गई है और यही कारन है की इस चुनाव में बड़े नेताओं को भी धुल की खानी पड़ी है। केन्द्र में बनने वाली सरकार स्थायी हो इसी उद्देश्य से जनता ने अपना मत दिया है जनता ने स्वार्थी राजनीती करने वाले नेताओं को खूब मजा छकाया है। पिछले डेढ़ दशक से जनता देख रही है किस तरह नेता अपनी फायदे के लिए कार्य कर रहे हैं देश में स्थायी सरकार नहीं होने से विकास प्रभावित हो रहा । जनता देख रही थी किस तरह नेता कुर्सी पाने राजनीती कर रहे हैं। नेताओं का ध्यान विकास में कम कुर्सी पाने व सरकार गिराने धमकी देने में रहता था यही कारन है की जनता ने इस बार अपनी अमूल्य मत का प्रयोग स्थायी सरकार बनने के लिए किया है देश में स्थायी सरकार होने से सरकार पर किसी भी का दबाव नहीं होगा और वे बेहतर tarike से कम कर सकेंगे स्थायी सरकार के बनने से निश्चित रूप से विकास होगा। जनता ने पंद्रहवीं लोकसभा चुनाव में जो वोट का उन नेताओं पर जमकर दे मारा है जो जिनके लिए कुर्सी ही सर्वोपरि थी ऐसे में जनता ने वोट की ताकत दिखा दिया की उन्हें विकास चाहिए और विकास स्थायी सरकार होने पर ही हो सकती है। जनता वैसे तो चुनाव के पहले कुछ नहीं बोल रही थी और चुपके से स्वार्थी नेताओं के खिलाफ जनादेश दे दिया यह चुनाव कई मायनों में अविस्मरनीय रहेगा क्योंकि देश में एक लंबे अरसे बाद स्थायी सरकारबन रही । साथ ही कई छद्म नेताओं के लिए यह चुनाव किसी सदमा से कम नहीं क्योंकि उनहोंने कभी नहीं सोचा था उनके बगैर भी केन्द्र में स्थायी व स्वतंत्र सरकार बन जायेगी उन्हें अफसोस रहेगा की जनता जनार्दन से अलग होने से उन्हें इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा है। ऐसे नेताओं पर जोरदार मुक्का चलाया है जिसे वे शायद ही कभी भूल पाएंगे इस चुनाव में जनता ने अनेक युवा चेहरों पर भरोषा किया है उन्हें सरकार में भी स्थान मिलने की बात कही जा रही है। ऐसे में सरकार व युवा नेताओं को जनता के विश्वास पर खरा उतरना होगा नहीं तो जनता अब जग गई है और अपने matadhikar के mahatva को samajhne लगी है। जनता दे दूर होने का खामियाजा kahin उन्हें khal न जाए कुल milaakar जनता के विश्वास की kasouti पर सरकार को आने पर ही भविष्य में उन्हें जनता का samrthan मिल payegi

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